२१ फरवरी २०१९
यूनेस्को की ओर से २१ फरवरी को अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस घोषित किया गया है।
मातृभाषा दिवस मनाने का उद्देश्य मातृभाषा का उन्नयन तो है ही साथ ही साथ विद्यार्थियों को मातृभाषा के प्रति जागरूक करना, भाषाओं को स्वीकारना तथा उनके प्रति सम्मान की भावना का विकास करना है। विद्यालय स्तर पर विभिन्न भाषाओं द्वारा विभिन्नता में एकता स्थापित करना तथा इनके माध्यम से अपनी संस्कृति को जानना भी इसका उद्देश्य है ।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से विद्यालयों को अपनी मातृभाषा में कविता पाठ ,गीत- गायन आदि पर आधारित कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश दिया गया है । उनके निर्देशानुसार २१ फरवरी २०१९ को दिल्ली पब्लिक स्कूल रामकृष्ण पुरम के सभागार में प्रधानाचार्या सुश्री वनिता सहगल के मार्गदर्शन में हिंदी विभाग द्वारा छठी से आठवीं कक्षा के चालीस विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न भाषाओं में गीत और कवितायों पर आधारित कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया ।
सभागार में लगभग २०० विद्यार्थी अपने अध्यापकों के साथ उपस्थित थे तथा उन्होंने बांग्ला ,पंजाबी , बुंदेलखंडी ,तमिल, तेलुगु , मलयालम ,सिंधी ,उर्दू ,राजस्थानी ,कुमांयूनी आदि भाषाओं के गीतों और कविताओं का बहुत आनंद लिया। उन्होने न केवल कविताओं को पसंद किया बल्कि एक दूसरे की मातृभाषा को जाना तथा सीखने का प्रयास किया। इस अवसर पर विद्यालय के कला विभाग द्वारा एक बोर्ड को भी सुसज्जित किया गया।