दिल्ली पब्लिक स्कूल, रामकृष्ण पुरम के तत्वावधान में हिंदी विभाग द्वारा *हिंदी लेखन कौशल/सृजनात्मकता का विकास* विषय पर एक गेस्ट स्पीकर कार्यक्रम का आयोजन शनिवार, 15 मई 2021 को दोपहर 2:00 बजे किया गया।
इस अवसर पर प्रो. हरीश अरोड़ा तथा डॉ. विनोद प्रसून मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित थे।
दोनों वक्ताओं का स्वागत करते हुए विद्यालय की प्रधानाचार्या सुश्री पद्मा श्रीनिवासन जी ने इस अवसर पर कहा कि विद्यार्थियों की रचनाधर्मिता को बढ़ावा देने हेतु इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहने चाहिए।महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के दूरशिक्षा निदेशालय में प्रोफेसर और निदेशालय के निदेशक प्रो. हरीश अरोड़ा विगत 20 वर्षों से हिंदी साहित्य और पत्रकारिता में अध्यापन कर रहे हैं। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने विद्यार्थियों की रचनाधर्मिता को बढ़ाने हेतु हिंदी साहित्य की प्रमुख विधाओं यथाकविता, कहानी, नाटक, तथा एकांकी इत्यादि के तत्वों पर प्रकाश डालते हुए विद्यार्थियों में इन विधाओं की सृजनात्मकता को कैसे बढ़ाया जा सकता है पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
व्याख्यान के अगले वक्ता डॉ. विनोद प्रसून थे जो पिछले 28 वर्षों से अध्यापन व लेखन से जुड़े हैं और वर्तमान में दिल्ली पब्लिक स्कूल, ग्रेटर नोएडा में, हिंदी विभागाध्यक्ष के पद पर कार्यरत हैं तथा हिंदी संसाधक/विषय विशेषज्ञ के रूप में सीबीएसई एवं एनसीईआरटी से भी संबद्ध हैं। विद्यार्थियों में लेखन कौशल तथा सृजनात्मकता के विकास हेतु उन्होंने अध्यापकों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला और कहा कि इस आपतकाल में अध्यापक विद्यार्थियों की रचनाधर्मिता को बढ़ावा देने हेतु यथोचित योगदान कर सकते हैं।
कार्यक्रम के अगले चरण में दिल्ली पब्लिक स्कूल, राम कृष्ण पुरम के ‘संवाद क्लब’ के कुछ होनहार विद्यार्थियों की रचनाओं को सभी के सम्मुख प्रस्तुत करने हेतु उन्हें आमंत्रित किया गया। इस अवसर पर कक्षा 12वीं की तीन छात्राओं राधिका गोयल, रूहीन कोहली तथा अशिम श्रिया ने काव्य पाठ किया।
हिंदी विभागाध्यक्षा श्रीमती फातमा किरमानी जी ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन देते हुए अपने विचार प्रकट किए, साथ ही उन्होंने कहा कि यह अभी तक कि आयोजित व्याख्यानमालाओं में सबसे अनूठी तथा अनोखी व्याख्यानमाला थी जिससे सभी लाभान्वित हुए।
कार्यक्रम का संयोजन श्रीमती सीमा मेहता तथा डॉ. अनंग सक्सेना ने किया।