अतिथि वक्ता कार्यक्रम
(हिंदी विभाग)
दिनांक – 30 दिसंबर, 2021 विषय- हिंदी में रोज़गार
अतिथि वक्ता- प्रो० पूरन चंद टंडनमाननीया प्रधानाचार्या सुश्री पद्मा श्रीनिवासन महोदया की प्रेरणा से, उपप्रधानाचार्या श्रीमती रेनू नैय्यर महोदया के प्रोत्साहन से, मुख्याध्यापिका श्रीमती रश्मि मल्होत्रा महोदया एवं श्रीमती विनीता गुप्ता महोदया के सहयोग से तथा हिंदी विभागाध्यक्षा श्रीमती सीमा मेहता महोदया के मार्गदर्शन से संवाद-क्लब की ओर से प्रभारी डॉ० सुधा शर्मा के द्वारा कक्षा आठवीं से दसवीं के लिए ‘हिंदी में रोज़गार’ विषय पर ‘अतिथि वक्ता कार्यक्रम’ आयोजित किया गया| इसके अतिथि वक्ता – हिंदी विभाग,दिल्ली विश्व विद्यालय के प्रोफ़ेसर तथा भारतीय अनुवाद परिषद् के निदेशक प्रो० पूरन चंद टंडन जी थे| उन्होंने अपने वक्तव्य में हिंदी में पढ़ाई करके रोज़गार के कौन-कौन–से अवसर प्राप्त किए जा सकते हैं, इसके बारे में बताया| उन्होंने कहा कि भाषा विरासत में नहीं मिलती, न ही दुकान से खरीदी जा सकती है; यह तो अर्जित की जाती है| यदि विद्यार्थी हिंदी भाषा को अर्जित कर लेते हैं तो उनके सामने हिंदी में रोज़गार के अनेक अवसरों के द्वार खुल जाते हैं| भाषा को अर्जित करने के लिए इसमें बोलना, सुनना, पढ़ना और लिखना आवश्यक है| हिंदी में नौ लाख शब्द बनाए जा चुके हैं| यह अत्यंत समृद्ध भाषा है| साहित्य पढ़कर हिंदी में अभिरुचि बढ़ाइए; अध्ययन एवं अभ्यास कीजिए और अपनी रुचि के अनुसार रोजगार के क्षेत्र चुनिए| शिक्षण के क्षेत्र में प्राथमिक, माध्यमिक, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में, विश्वविद्यालय में अहिंदी भाषी भारतीयों तथा विदेशियों को हिंदी शिक्षण, IAS,SSC, CTAT,बैंकिंग के लिए कोचिंग सेंटर में शिक्षण, रचनात्मक लेखन संबंधी विभिन्न प्रकार के शिक्षण आदि क्षेत्र में जा सकते हैं| मीडिया के क्षेत्र में रेडियो, टेलीविजन, सिनेमा के लिए पटकथा, गीत लेखन, अनुवाद आदि क्षेत्र में भी अनेक अवसर उपलब्ध हैं| प्रकाशन के क्षेत्र में रचना-लेखन, संपादन, प्रूफ़-पठन, टाइपिंग, परामर्श आदि कार्य के अवसर हैं| विज्ञापन लेखन, नारा लेखन, समाचार लेखन एवं पठन, साक्षात्कार लेना, टीवी सिनेमा के अलावा एयरलाइंस में, रेलवे में उद्घोषनाएँ, संवाद लेखन एवं वाचन में हिंदी के अच्छे जानकार लोगों की सदैव आवश्यकता होती है| विभिन्न मंत्रालयों में तथा दूतावासों में तत्काल भाषांतरणकर्ता (इंटरप्रेटर) की आवश्यकता होती है| उन्हें बहुत अच्छा
वेतन मिलता है| टीवी पर 24 घंटे समाचार, धारावाहिक कार्यक्रम, साक्षात्कार, आँखों देखा हाल आदि हिंदी में प्रसारित होते हैं| अन्य भाषाओं के कार्यक्रमों के हिंदी में रूपांतरित रूप दिखाए जा रहे हैं| हिंदी में गायन अभिनय के भी अच्छे अवसर हैं| विदेशों में भी प्राथमिक स्तर से लेकर विश्वविद्यालय स्तर तक के लिए हिंदी अध्यापन करने वालों की आवश्यकता है| अपने वक्तव्य के अंत में उन्होंने विद्यार्थियों के द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर देकर उनकी शंकाओं का निवारण किया| कुल मिलाकर यह कार्यक्रम विद्यार्थियों के लिए अत्यंत लाभकारी रहा|